क्यों बैठा है, तू उदास उस कोने में हैं ये समस्याएं तो है बौने से मुश्किलें तो हल होती है, उठ खड़े होने से नहीं पड़ता कोई फर्क तेरे रोने से तू उठ, एक और कोशिश तो कर कर के देख बारम - बार यही हार - हार तू कई बार हार पर मान तू यूं हार नहीं लोग कोशेंगे तुझे , कहेनगे तुझमें जोड़ नई करियो इनपे तू गौर नहीं याद रखना ये बात सदा तुझ जैसा कोई और नहीं, तू कमजोर नहीं बिन मेहनत के जो तू जीत जाए ये ज़िन्दगी, वो दौड़ नहीं तेरी मुश्किलें, तू ही हल करेगा करेगा कोई और नहीं जीत की रही है सदा रीत यही चुनौतियों को दिखाना पीठ नहीं जीतेगा जो तू कहीं आगे बढ़ेगा तू तभी... -Yuvraj Singh♠️